शहीद की अंतिम यात्रा में तिरंगे लहराए गूंजे देशभक्ति के नारे, बहन ने दिया कंधा

साहवा के लाडले शहीद कमल कुमार धींधवाल का शुक्रवार शाम को भारत माता व देशभक्ति जयघोष के बीच सैनिक सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में तिरंगे लहराए। युवाओं ने देशभक्ति व शहीद कमल अमर रहे के नारे लगाए। सेना के जवानों ने गार्ड आॅफ ऑनर दिया। अंतिम यात्रा में शहीद की पार्थिव देह को उनकी छोटी बहन प्रमिला ने कंधा दिया तथा बाद में मुखाग्नि भी दी। तारानगर विधायक नरेंद्र बुडानिया नेे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

शहीद कमल इकलौते पुत्र थे। बता दें कि 2 जाट रेंजीमेंट के जवान कमल व उनके अन्य 4 साथी मंगलवार को जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के करनाल सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास ईगल पोस्ट के पास भारी हिमस्खलन में बर्फ के नीचे दब गए। उन्हें निकालने के लिए सेना बचाव अभियान चलाया, मगर उन्हें बचाया नहीं जा सका।

इससे पहले शुक्रवार शाम चार बजे शहीद कमल की पार्थिव देह को सेना के विशेष हेलिकॉप्टर से दिल्ली से साहवा लाया गया। कस्बे के ताल मैदान में बनाए हेलिपेड पर जैसे ही सेना का हेलिकॉप्टर उतरा तो आसपास खड़े लोगों में जोश भर गया। जनसमूह भारत माता की जय व शहीद कमल अमर रहे के जयघोष लगाने लगे। शहीद कमल की पार्थिक देह को हेलीपेड स्थल से फूलों से सजी खुली गाड़ी में घर लाया गया।

चार दिन बाद गांव पहुंची पार्थिव देह : शहीद की पार्थिव देह शहादत के चार दिन बाद उनके पैतृक गांव साहवा पहुंची। उनकी शहादत पर पूरा गांव गौरवान्वित महसूस कर रहा है। महिलाएं व बच्चे छतों पर चढ़कर अंतिम दर्शन करने लगे। ।

जिस रास्ते से अंतिम यात्रा निकली, युवाओं ने बालू मिट‌्टी बिछाई : जिस रास्ते से अंतिम यात्रा निकली, उस रास्ते पर गांव के युवाओं ने बालू मिट‌्टी बिछाई। रास्ते में पानी के भराव को हटाने के टैक्ट्रर से बालू बिछाई गई। गड‌्ढ़े भरे गए, ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो। सुभाषचन्द्र बोस शिक्षण समूह के विद्यार्थियों ने शहीद को हाथों में तिरंगा लेकर व तिरंगे जैसे रंग की टी शर्ट पहनकर अंतिम विदाई दी।

बेटे की पार्थिव देह को देखकर फौजी पिता ने दी सलामी

पिता धर्मेंद्र धींधवाल ने पुत्र की पार्थिक देह के घर पहुंचते ही उन्हें सलामी दी। वे रिटायर्ड फौजी है। शहीद के पिता ने कहा कि देश की सेवा करते हुए मेरे पुत्र कमल कुमार के शहीद होने पर मुझे गौरव है। बाद में घर से तिरंगे में लिपटी शहीद की पार्थिव देह को देशभक्ति के जयघोष के साथ रवाना किया। रास्ते में जगह-जगह पर महिलाओं, बच्चों व युवाओं ने पुष्प वर्षा शहीद कमल की शहादत को सलाम किया। अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या लोग शामिल हुए। सुभाषचंद्र बोस शिक्षण समूह के विद्यार्थियों ने शहीद कमल की शहादत को सलामी दी। अंत्येष्टी स्थल पर शहीद को जाट 2-रेजीमेंट के मेजर राकेश कुमार, मेजर पंचदेव सिंह, एसपी तेजस्वनी गौत्तम, एडीएम नरेंद्र थोरी, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्रसिह राठौड़, तारानगर विधायक नरेंद्र बुडानिया, पूर्व सांसद रामसिंह कस्वां, जिला प्रमुख हरलाल सहारण, एसडीएम अर्पिता सोनी, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सागरमल सैनी, शहीद के पिता धर्मेंद्र धींधवाल, दादा रामसिंह, उमाशंकर शर्मा, पंतजलि महिला समिति जिला प्रभारी हेमलता सिहाग आदि ने पुष्प चक्र अर्पित किए। वही वही बहन प्रमिला ने भाई की चिता को मुखागनि दी।